भारती यूनिवर्सिटी के स्टुडेंट्स ने रक्तदान कर महादान का दिया का संदेश

दुर्ग। भारती विश्वविद्यालय तथा भारती चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के संयुक्त तत्वाधान में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें समस्त संकाय के विद्यार्थियों तथा प्राध्यापकों ने बड़ी संख्या में रक्तदान किया। विदित हो कि वर्तमान समय में भारत रक्त की कमी की गंभीर समस्या से जूझ रहा है, लैंसेट की रिपोर्ट में रक्त उत्पाद की आवश्यकता शोध किया गया है, जिसके अनुसार भारत में रक्त की मांग 40.9 मिलियन यूनिट्स की है, अर्थात 1,000 जरूरतमंद लोगों (0.4 बिलियन) में से 85 रक्तदान के बराबर है। दुर्घटना, रक्तस्त्राव, प्रसवकाल और ऑपरेशन आदि अवसरों में अत्यधिक खून बह सकता है और इस अवसर पर उन लोगों को रक्त की नितांत आवश्यकता पड़ती है। थेलेसिमिया, ल्यूकिमिया, हीमोफिलिया जैसे अनेक रोगों से पीड़ित व्यक्तियों के शरीर को भी बार-बार रक्त की आवश्यकता रहती है, अन्यथा उनका जीवन खतरे में रहता है। जिसके कारण उनको रक्त चढ़ाना अनिवार्य हो जाता है। युवा विद्यार्थियों में रक्तदान के महत्व को समझाने तथा जरूरतमंद व्यक्तियों हेतु रक्तदान कर, रक्त एकत्रित करने के उद्देश्य से रक्तदान शिविर में रक्त का एकत्रण जिला ब्लड बैंक, शासकीय जिला चिकित्सालय, दुर्ग की टीम के नोडल अधिकारी डॉ. प्रवीण अग्रवाल के मार्गदर्शन में उनकी 14 सदस्यीय विशेषज्ञों के समूह द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ द्वारा मानव सेवा फाउंडेशन, दुर्ग के सचिव किर्ती कुमार परमानंद के विशेष सहयोग से किया गया।