समाजसेवा और लीक से हटकर काम के लिए दया सिंह का सम्मान, डिप्टी सीएम अरूण साव और अभिनेत्री मीनाक्षी ने दिया अवार्ड
“भोले बाबा की बारात” की रही कार्यक्रम में गूंज
– रायपुर में जी एमपीसीजी न्यूज के समारोह में किया गया सम्मान
– भोले बाबा की बारात के लिए बना है रिकॉर्ड, उसे जानकर खुश हुईं मीनाक्षी, ली पूरी जानकारी
– मीनाक्षी ने किए दया सिंह से कई विषयों पर चर्चा
– दया सिंह ने सबका माना आभार…
– तीन दिन में दया सिंह को मिला दूसरा सम्मान…
भिलाई। तीन दिन में दूसरा सम्मान मिला है भाजपा नेता, उप नेता प्रतिपक्ष और बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष दया सिंह को। इस बार दया सिंह को यह सम्मान मिला है जी एमपीसीजी न्यूज के कार्यक्रम में। दया सिंह को उनके बेहतर कार्य और समाज के लिए करने वाले लीक से हटकर काम के लिए सम्मान मिला है। छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरूण साव और बॉलीवुड अभिनेत्री मीनाक्षी (दामिनी, हीरो फिल्म) ने यह अवार्ड दया सिंह को दिया है। बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति के माध्यम से दया सिंह लगातार समाजसेवा कर रहे हैं। कोरोनाकाल में किए कार्यों को सभी ने याद किया। वहीं भोले बाबा की बारात के लिए दया सिंह की तारीफ की गई। खुद डिप्टी सीएम अरूण साव ने उनकी पीठ थपथपाई।
दया सिंह से अभिनेत्री मीनाक्षी ने कई जरूरी विषयों पर चर्चा भी किए। इनमें प्रमुख रूप से भोले बाबा की बारात को लेकर सवाल पूछा। मीनाक्षी ने पूछा कि, बाबा की बारात की चर्चा खूब होती है। ये सब कैसे हो पाता है…? इस पर दया सिंह ने कहा, महाशिवरात्रि पर्व पर विगत सोलह साल से भगवान भोलेनाथ की भव्य बारात बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति द्वारा निकाली जाती है। दो-दो बार गोल्डन बुक ऑफ वल्ड रिकॉर्ड बनाया है। बारात की कैसे तैयारी करते है या कितना समय लगता है, ये सब हम बाबा पर छोड़ देते हैं। इसके बाद अभिनेत्री मीनाक्षी ने दया सिंह से पूछा कि, कोरोनाकाल जहां लोग अपने रिश्तेदार से अस्पताल में मिलने नहीं जाते थे, वहां आपकी समिति शमशान घाट में रहकर कफन के कपड़े गंगाजल तिल मटका सभी प्रकार की सामग्री दे रहे थे क्या डर नहीं लग रहा था? इस पर दया ने कहा कि, जनसेवा ही प्रभु सेवा है। दुख की घड़ी में आप लोगों के साथ खड़े नहीं हो सकते तो जीना किस काम का? इस पर मीनाक्ष काफी खुश भी हुईं। वहीं दया सिंह से मीनाक्षी ने यह भी पूछा कि, बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति द्वारा भोले बाबा की बारात निकल कर आम जन मानस को क्या संदेश देना चाहते है? इस पर दया सिंह ने बहुत शानदार जवाब दिया। जिसे सुनकर सबने तालियां बजाई।