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मोदी राज में हिन्दू भी सुरक्षित नही-भूपेश बघेल

संविधान बचाओं यात्रा की कल से शुरूआत, पहलगाम के शहीदों को कांग्रेस देगी श्रद्धांजलि
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया पहलगाम व झीरमघाटी दोनो घटना एक जैसी,
भिलाई। छग राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज नगर के एक निजी होटल में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जम्मू काश्मीर के पहलगाम में जो घटना घटी उसकी हम कड़ी शब्दों में निंदा करते है। इस दुख की घड़ी में कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व सहित प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व केन्द्र सरकार के साथ है, केन्द्र सरकार जो भी इसके लिए कड़े से कड़े कदम उठायेगी हम उनके साथ है। देश के हालात काफी चिंताजनक है। 28 लोगों की जान चले गई जो लोग वहां खुशियां मनाने गये थे वहां मातम हो गया। उन्होंने कुछ वर्ष पूर्व ऐसी ही घटना छग के झीरम घाटी में हुई थी, जिसमें हमने अपने कांग्रेस के 28 दिग्गज लोगों को खोया है। वहां पर भी नक्सलियों ने कांग्रेस के नेताओं का नाम पूछ पूछ कर मारे थे कि नंदकुमार, उदय मुदलियार व अन्य कौन है़ ठीक पहलगाम में भी लोगों से पूछा गया कि तुम्हारा धर्म क्या है? बल्कि जाति नही पूछी और यहां पर भी 28 लोगों को जो पर्यटक बनकर अपने परिवार के साथ घूमने गये थे उनको मौत के घाट उतार दिये। वहां भी सुरक्षा का कोई इंतेजाम नही थी और झीरम में भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नही था। ये दोनो घटना एक सी ही है। इंटेलिजेंस फेल था, सेना व अर्द्धसैनिक बल व पुलिस बल कहां थी, जहां पर इतने सारे पर्यटक पूरे देश से आये थे, उन्हें अपनी जान गंवाकर कीमत चुकानी पड़ी, हम सरकार के साथ है लेकिन इसकी जवाबदेही लेनी पडेगी कि आखिर इसका जिम्मेदार कौन है, ये देश को बताना चाहिए। इस घटना से पूरा देश स्तब्ध और दुखी है। विश्व के अनेक राष्ट्र अध्यक्षेंा ने पहलगाम की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए शोक प्रकट किये है। शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी संवेदना है, जो लोग इसमें घायल है वह जल्द स्वस्थ्य हो। कल शुक्रवार 25 अप्रैल को शाम 6 बजे कोसानाला बौद्ध बिहार में संविधान बचाओं रैली (आमसभा) व कल पहलगाम में शहीद हुए लोगों के लिए श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा गया है। यह कार्यक्रम 25 से 30 अप्रैल तक पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयो में होगा। भिलाई के कोसानाला में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंंत, सभी पूर्व मंत्री, कांगे्रस के विधायक, पूर्व विधायक व कांग्रेस के सभी नेता, युकां व एनएसयुआई के सभी लोग शामिल होंगे। उन्होंने पहलगाम में लोग पिटठू व घोडा़ चलाने वाले लोगों व स्थानीय जो लोग की तारीफ किये कि उन्होंंने इंसानियत का परिचय देते हुए कई पर्यटकों की जान बचाये व कुछ लोग आतंकियों से भी भिड़ गये जिसके कारण उनको जान गंवानी पड़ी। आतंकवाद व नक्सलवाद का दंश कांग्रेस ने सबसे अधिक झेला है, आतंकी व नक्सली के अनुभव को हम सबसे अधिक जानते व समझते है क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी व राजीव गांधी ने इसी आतंक के भेंट चढे हेै। पहलगाम की घटना पर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री खरगे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी ने भी इस आतंकी घटना की निंदा की है और शहीदों को श्रद्धांजलि दी है। झीरम में जो कांग्रेसी मारे गये थे, उसमें हमने एसआईटी का गठन कराया था, एनआईए भी जांच कर रही थी, इसी बीच हमारी सरकार चली गई उसके बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद झीरम कांड के ये जांच का क्या हुआ डेढ साल से ये सरकार नही बता पा रही है कि क्या हुआ। सुशासन की सरकार में मै पिछले डेढ साल से पूछ रहा हूं कि कितने पाकिस्तानी व रोहिंग्या यहां बसे है, सरकार जानकारी नही दे पा रही है। जहां जहां चुनाव होता है भाजपा के लिए ये सभी पाकिस्तानी व रोहिंग्या वहां चले जाते है, पहले छग में आये थे अब पश्चिम बंगाल व बिहार में रोहिंग्या चले गये है। ये भाजपा का केवल चुनावी स्टंट है। जम्मू में हैंड ग्रेनाईट कौन लाता है, पुलवामा में इतनी बडी आरडीएक्स कौन लाया कहां से आया सुरक्षा में कैसे चूक हुई आखिर सरकार छ: साल में भी क्यों नही बता रही है कि पुलवामा कांड कैसे हो गया। मोदी सरकार में हिन्दु भी सुरक्षित नही है। उन्हांने झीरम कांड में नक्सली, जो हमला किये वह बम ब्लॉस्ट व अंधाधुंध फायरिंग करते थे, झीरम कांड में भी हमला करने के बाद बहुत देर तक नक्सली वहां रूके रहे, व पहलगाम में भी वहा बमबारी गोलीबारी करने के बाद घंटो रूके रहे, उन्हें पता था कि यहां सुरक्षा बल नही आने वाली। नाम व धर्म पूछकर गोली बारी कर रहे है। विश्वास कैसे आया ये बडा प्रश्रवाचक चिन्ह है। घटना दुर्भाग्यजनक है। सभी राजनैतिकदलों ने भी इस घटना की निंदा की है। भाजपा सोशल मीडिया में इसको आपदा में अवसर भुनाने का व हिन्दु मुस्लिम को लडाने भिड़ाने का कार्य कर रही है, वहां दो तीन दिन पहले प्रधानमंत्री का दौरा था वह क्यों रदद क्यों हुआ, अमित शाह ने वहां समीक्षा बैठक ली थी फिर भी यहा घटना कैसे हो गई। इस घटना का जिम्मेदार कौन है, इसकी जवाबदेही कौन लेगा, व जिनके परिवार के लोग वहां शहीद हुए है, उनको न्याय कब मिलेगा? कितनी बडी चूक का जिम्मेदार कौन है सरकार बताये।
हेराल्ड मामले में ईडी के माध्यम से केन्द्र की सरकार देश की जनता को भटका रही है, जबरिया उनको बदनाम कर रहे है, मनरेगा का काम बंद हेै, लोगों के पास काम नही है, सार्वजनिक संयंत्रों व अन्य स्थानों पर युवाओ को राजगार नही दे रही है। मंहगाई बढ गई है। बिजली की कटौती हो रही है। ट्रेनों में केवल किराये बढ रही है, सुविधाओं में कटौती हो रही है।
इस दौरान जिला भिलाई कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, पूर्व विधायक अरूण वोरा, सुशीलआनंद, धनंजय ठाकुर, राजेन्द्र साहू, धर्मेन्द्र यादव, जितेन्द्र साहू, मो इरफान खान, नीता लोधी, नेहा साहू, महापौर नीरजपाल, अतुलचंद साहू, सुनील चौधरी, बृजमोहन सिंह, अजय शिवबावीकर, लालचंद वर्मा, सरजीएस घोष, सीजू एंथेोनी सहित अनेकों कांगे्रसी मौजूद थे।

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