युवा विधायक देवेन्द्र को युवाओं ने भिलाई पहुंचने पर गर्मजोशी से किया स्वागत
जेल एक कठिन जगह है, लेकिन भावनाएं व नैतिक कत्र्तव्यों को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी

भिलाई। बलौदा बाजार हिंसा कांड में भिलाई नगर विधानसभा क्षेत्र के युवा
विधायक देवेन्द्र यादव 7 माह 4 दिन बाद केन्द्रीय जेल रायपुर से
सुप्र्रीम कोर्ट से मिली जमानत के बाद जेल से बाहर आते ही सर्वप्रथम अपने
बड़े भाई धर्मेन्द्र यादव व पत्नी श्रुतिका ताम्रकार से मिले। जैसे ही
उनकी नजर केन्द्रीय जेल के बाहर पड़ी। युवाओं का जनसैलाब जिसमें
एनएसयूआई, युवक कांग्रेस व कांगे्रेस के लोगों पर नजर पड़ी तो उनसे रहा
नही गया। वह दौड़कर आगे बढ़े। उनके मन की जिग्यासा था कि सभी साथियों को
गले लगा ले। अपने नेता को अपने बीच पाकर युवाओं ने भी ये बताने का प्रयास
किया कि देश व प्रदेश युवाओं का देश है। राजधानी रायपुर से लेकर सेक्टर 5
उनके कार्यालय तक युवाओं की हजारों की संख्या में चार पहिया वाहनों के
काफिले में देवेन्द्र यादव के स्वागत सत्कार में युवा उमड़ पड़ेे।
सर्वप्रथम वे जेल से बाहर आते ही बाबा साहेब अंबेडकर की फोटो को दोनो
हाथों से उपर उठाकर युवाओं को दिखाया और ये बताने का प्रयास किया कि बाबा
साहेब ने संविधान बनाया।
संविधान का सम्मान करना हम सबकी नैतिक
जिम्मेदारी है। न्याय प्रणाली पर मुझे पूरा भरोसा था। देवेन्द्र ने अपने
जमानत को सत्य की जीत बताया। काफिला जैसे ही दुर्ग जिले के कुम्हारी
पहुंचा और आगे बढ़ा तो उनके विधानसभा क्षेत्र के खुर्सीपार के युवाओं ने
जोरदार स्वागत किया जिसमें कोला राजू, गोलू श्रीवास्तव, एम गोपाल सहित
सैकड़ों युवा इसमें शामिल हुए। वहां से विधायक देवेन्द्र यादव सीधे
मुर्गा चौक पहुंचे जहां पर आशीष यादव व रौनक सचदेव ने अपने सैकड़ों
साथियों के साथ स्वागत किया। वही सेक्टर 2 चौक पर युवा नेता हरीश सिंह व
सेक्टर दो की पार्षद नोमिन साहू, अंजु सिंह सहित बड़ी संख्या में लोगों
ने जोरदार स्वागत किया। उसके पश्चात वे सेन्ट्रल एवन्यू होते हुए वे सीधे
सेक्टर 9 हनुमान मंदिर पहुंचे वहां उन्होंने अपने बड़े भाई व बेटे राम के
साथ पूजा अर्चना किये। मंदिर में भी उनके समर्थक बडी संख्या में मौजूद
थे। शरद मिश्रा, सुमीत पवार, आदित्य सिंह, गुरलीन सिंह, मिन्टू तिवारी
सहित बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद थे। मंदिर में पूजा अर्चना के बाद
एमएलए देवेन्द्र यादव सीधे सेक्टर 5 अपने कार्यालय पहुंचे। वहां पर बडी
संख्या में उपस्थित उनके समर्थकों ने बडे देर तक जोरदार आतिशबाजी की।
दुर्ग के एनएसयूआई नेता सोनू साहू, आमिर सिद्दिकी, राजनांदगांव के युकां
नेता निखिल द्विवेदी, अलिहुसैन सिद्दिकी। केम्प 2 के पार्षद सलमान, अज्जू
अहमद चौहान सहित अन्य बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने देवेन्द्र का
जोशिला स्वागत किया और अपने बीच पाकर खुशी से ओत प्रोत हो गये। वहीं वहां
उपस्थित महिलाओं ने अपने लाडले विधायक का आरती उतारी और स्वागत किये।
भगवान राम ने 14 साल का बनवास काटा, और युवा विधायक देवेन्द्र ने 7 माह
का कारावास काटकर बाहर आयेे
मीडिया से चर्चा करते हुए इस दौरान युवा विधायक देवेन्द्र यादव ने कहा कि
मुझे भिलाई आकर सब साथियों से और भिलाईवासियों से मिलकर ज्यादा खुशी हो
रही है। सभी मेरे परिवार के लोग है। कांग्रेस के वरिष्ठजन व नेताओं का भी
काफी सहयोग रहा है। ये जो समय था देखने व समझने का समय था। जेल एक कठिन
जगह है। लेकिन हमें भावनाएं व नैतिक कत्र्तव्यों को समझना जरूरी भी थो।
हमने लगातार जनता के मुद्दों की बातों को रखा लेकिन हमें जेल भेज दिया
गया लेकिन हमें जेल में कबतक रखते? अंतत: जेल से मैं रिहा हुआ,बाहर आया,
प्रदेश के युवाओं से मैं कहना चाहता हूं कि अगर कही पर भी गलत हो रहा है,
तो उस आवाज को उठाते रहिये। समय व ईश्वर साथ देगा जैसा मेरे साथ हुआ। एक
ना एक दिन तानाशाही का अंत होता ही। हर समय एक सवेरा आता है। उन्होंने
अपने जेल की चार दिवारियों के अंदर के अनुभव को बताया कि केन्द्रीय जेल
शहर के बीचोबीच में है और हमें ढोल नगाड़ों व फटाकों के अलावा आकाश में
आते जाते हवाई जहाज को देखते और सुनते रहते थे। लेकिन अब मैँ भिलाई आ गया
हूं। 6-7 माह में भिलाई में क्या हुआ नही हुआ मैं आप सबसे जानना चाहता
हूं।