साईबर के झांसे में आने वाले लोग भय लोभ से बचे-डीजीपी अरूण देव गौतम
छग पुलिस की पहचान टोपी, बैैच और परित्राणाय साधुनाम के सुवाक्य से होता है प्रदर्शित
भिलाई। छत्तीसगढ राज्य के 12 वें डीजीपी अरूण देव गौतम बुधवार को अपना पदभार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने हमारे प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए कहा कि कानून का पालन नियमावली से ही होगा। पुलिस के अफसर पीडि़त व्यक्ति की जांच ईमानदारी से करे। उसे न्याय मिल पाये। अपराधी को सजा मिले ये पुलिस का नैतिक कत्र्तव्य है।
जांच में लापरवाही पुलिस अफसर ना बरते। पुलिस की पहचान टोपी व बैच और परित्राणाय साधुनाम के सुवाक्य से प्रदर्शित होता है, और पुलिस मजबूत होती है। महिलाओं की सुरक्षा की प्राथमिकता रहेगी। चूंकि प्रदेश में साईबर अपराध बढ़ा है, इसके लिए समय समय पर पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है और लगातार जागरूकता अभियान भी चलाये जा रहे है। देश भर में साइबर ठग भय व लोभ दिखाकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हेै, इससे आम जनता को बचना चाहिए। नइे टेक्नॉलाजी व जागरूकता अभियान चलाकर ही साइबर ठगों से बचा जा सकता है।
पदभार ग्रहण करने के बाद उन्हें बधाई देने वालों का लगातार तांता आज भी लगा हुआ है। सीआरपीएफ, बीएसएफ के अलावा पुलिस महकमें के पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के अलावा छग के 33 जिलों के पुलिस अफसर भी उन्हें बधाई देने उनके कार्यालय पहुंच रहे है। इस दौरान इन सभी लोगेों ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।