मुझे ईश्वर पर पूरा भरोसा, इस साल महादेव एप के प्रमुख अरोपियों सौरभ चन्द्राकर व उप्पल को मीडिया के समक्ष करूंगा खड़ा-एसपी जितेन्द्र शुक्ला

पुलिस जनता की अच्छी दोस्त और अपराधियों के लिए दुष्टतम से दुष्टतम रूख
अपनायेगी पुलिस
अपराधी जिस रूप में समझना चाहता है, उस रूप में उसे समझाने के लिए तैयार
है दुर्ग पुलिस
इस वर्ष पुलिस नवाचार के रूप में नई तकनीकों और मोबाईल उपयोग कर पुलिस के
कार्य को करेगी और बेहतर
मेरी हर सफलता के पीछे भगवान का भरपूर आशीर्वाद,
दुर्ग जिले में इस साल अपराध में आई भारी कमी,एसपी ने मीडिया के सामने
रखा पिछले साल का रिपोर्ट कार्ड
भिलाई। नूतन वर्ष के शुभअवसर पर सेक्टर 6 स्थित पुलिस कंट्रोल रूप में
पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने दुर्ग पुलिस का वार्षिक रिपोर्ट कार्ड
को मीडिया के समक्ष रखा। इस दौरान उन्होनें कहा कि गंभीर अपराधों में
संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार कर प्रकरणों का निराकरण किया गया है। नशे
के विरूद्ध चलाया गया व्यापक स्तर का अभियान जिसमें भारी मात्रा में मादक
पदार्थ को जब्त किया गया है। 15 आरोपियों पर जिला बदर एवं पशु तस्करों पर
कार्यवाही की गई है। उन्होंने आगे कहा कि अपराधों पर लगाम लगाना और शांति
स्थापित करना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिले की बढती आबादी और
वाहनों की बढती संख्या के बीच दुर्ग पुलिस अलग-अलग जागरूकता अभियान एवं
वैधानिक कानूनी कार्यवाही से अपराध नियंत्रण में सफल हुई है। जिले में
वर्ष 2023 में कुल 9439 अपराध पंजीबद्ध की गई थी और इसकी तुलना में वर्ष
9090 अपराध पंजीबद्ध हुआ है। इस प्रकार पूर्व वर्ष की तुलना में घटित
अपराध में 4 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा कि मेरी हर सफलता के
पीछे भगवान का भरपूर आशीर्वाद रहता है। इस वर्ष दुर्ग जिले में पंजीबद्ध
अपराधों में 90 प्रतिशत अपराधों का निराकरण किया जा चुका है। शेष अपराधों
के निराकरण जल्द से जल्द करने के आदेश थाना प्रभारियों को दिये गये है।
शरीर से संबंधित 592 अपराध पंजीबद्ध थे, सभी में आरोपी गिरफ्तार है,
अनसुलझे मामले जैसे प्रेम प्रसंग में हत्या, आपसी रंजिश में हत्या को
तकनीकी सहायता के माध्यम से सुलझा लिया गया है। वर्ष 2023 में हत्या के
प्रयास के 47 प्रकरण थे, और 24 में 119 प्रकरण दर्ज हुए। वर्ष 2024 में
गंभीर चोट के प्रकरण में हत्या के प्रयास की धारा लगाई गई है। संपत्ति
संबंधि अपराध 1297 दर्ज हुए जिसमें 2.55 करोड की संपत्ति बरामद करने में
सफलता मिली है। डकैती के कुल 2 प्रकरण दर्ज हुए जिसमें आरोपियों को
गिरफ्तार कर उनसे 51 लाख रूपये बरामद किया गया। इस डकैती में मध्य प्रदेश
के भील गिरोह को पकडऩे का बडा कार्य हुआ है। सर्वोच्च न्यायालय के
निर्देशानुसार महिलाओं के विरूद्ध वर्ष 2023 में 404 अपराध दर्ज हुए और
2024 में कुल 308 अपराध दर्ज हुए जिसमें इस साल 24 प्रतिशत की कमी आई है।
ऑपरेशन मुस्कान में 301 नाबालिक बालक बालिकाओं में से 240 बच्चों को
बरामद कर उनके परिवार को पुलिस ने सौंपा है। वही 80 प्रतिशत गुम बच्चों
को बरामद किया गया है। साथ ही इस वर्ष 117 अन्य वर्ष के लापता गुमशुदा
बच्चों को भी सकुशल बरामद किया गया है। चेकिंग के दौरान चाकूबाजी जैसे
घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड करने वाले
मोबाईल धारकों पर भी कार्यवाही पुलिस ने की है। 178 प्रकरणों पर अवैध
हथियार रखने के मामले में कार्यवाही हुई है। वहीं गांजा, ब्राउनशूगर,
नशीली दवाओं व अवैध शराब परिवहन पर भी बडी बडी कार्यवाही की गई है। 2556
लीटर अवैध शराब बरामद हुआ है। इसी प्रकार एनडीपीएस 2023 मेें 72
कार्यवाही हुई, जिसमें 425 किलोग्राम गांजा, 223 ग्राम ब्राउनशूगर बरामद
हुआ और कुल 98 कार्यवाही हुई जिसमें 901 किलोग्राम गांजा 179 ग्राम
ब्राउनशूगर, 76 ग्राम हिरोईन, एवं 23123 नग नशीली टेबलेट बरामद किया गया।
पूर्व वर्ष की तुलना में एनडीपीएस एक्ट में 26 प्रतिशत कार्यवाही हुई है।
मादक पदार्थ बिक्री करने वाले 20 लोगों पर पिट एनडीपीएस एक्ट की
कार्यवाही कर प्रतिवेदन संभागायुक्त कार्यालय को भेजा गया है, जिसमें 3
व्यक्तियों के विरूद्ध आदेश पारित कर दिया गया है। इसी प्रकार
प्रतिबंधात्मक गौवंश तस्करी पर कार्यवाही हुई है, जिसमें 10209
प्रकरणोंं पर कार्यवाही हुई है। गौवंश की अवैध तस्करी करने वालों के
विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है जिसमें 20 पशुओं को छुडाया गया है। 6
आरोपियों को गिरफ्तार कियागया है। 74 पशुओं को मुक्त कराकर गौशाला भेजा
गया है। 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यातायात प्रबंधन ने इस वर्ष
59563 वाहन चालकों पर कार्यवाही की है। वही साईबर क्राईम में आनलाईन
धोखाधड़ी के मामले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। थाना स्तर पर सोशल
मीडिया ग्रुप जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का
भी कार्य किया जा रहा है। इस मामले में गठित एनटी क्राईम एवं साईबर यूनिट
द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए ठगी की गई 3710 शिकायतों में से 5932 क
खातों को 4.68 करोड़ को बैंक में होल्ड कराया गया है। न्यायालय के
आदेशानुसार 1.54 करोड़ रूपये पीडि़तों को वापस किया गया है। पुलिस द्वारा
नवाचार का कई सफल प्रयोग कर पुलिस को और मजबूत किया जा रहा हैं। कानून
व्यवस्था और अपराधों के इंवेस्टिगेशन में पीडितों को तुरंत न्याय मिले
इसे प्राथमिकता में रखा गया है। सभी अधिकारियों को पीडित की शिकायत या
रिपोर्ट पर तत्काल विधि सम्मत कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।
2024 की कार्यवाही की समीक्षा की गई है। पुलिस अपनी टीम को अनुशासित रखकर
जिले के पुलिसिंग को बेहतर बनाने में दक्ष हो। नई कार्य योजना बनाकर पूरी
ऊर्जा के साथ काम करे।
इस नये वर्ष में जिले में नवाचार के रूप में नई तकनीकों मोबाईल एवं एप का
उपयोग कर पुलिस को बेहतर कार्य करने की योजना है। इस दौरान एएसपी शहर
सुखनंदन राठौर, सीएसपी चिराग जैन, सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी, क्राईम
डीएसपी हेमश्ंाकर नायक, क्राईम ब्रांच प्रभारी टोपेश्वर नेताम में मौजूद
थे।
आम जनता की दोस्त रहेगी पुलिस और अपराधियों के लिए दुष्टम रूप में पेश
आयेगी पुलिस:-
एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने कहा कि आम जनता की पुलिस दोस्त रहेगी और
अपराधियों के लिए दुष्टम से दुष्टम के रूप में दुर्ग पुलिस पेश आयेगी।
मेरा मानना है कि थाना पुलिस की मूल इकाई है। जब उनसे प्रश्र किया कि
आपके वार्षिक रिपोर्ट कार्ड में चिटफंट और महादेव एप्प से संबंधित कोई
जानकारी नही है पर उन्होंने कहा कि चिटफट के कई डायरेक्टरों को पकडकर जेल
में डाला गया है। वही महादेव एप्प पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे
ईश्वर पर पूरा भरोसा है कि मैं जल्द से जल्द इसी कंट्रोल रूम में महादेव
एप्प के प्रमोटर सौरभ चन्द्राकर और रवि उप्पल को मीडिया के सामने लाकर
उनको यही जल्द खडा करके दिखाऊंगा। उन्होंने आगे कहा कि महादेव एप का
संचालन धडल्ले से दुर्ग जिले में हो रहा है तो इस मामले में मेरे पास अभी
तक कोई रिपोर्ट नही आई है। रिपोर्ट आयेगी तो कार्यवाही निश्चित रूप से
होगी महादेव एप का संचालन यहां हो रहा है मुझे नही पता है।
वहीं उन्होंने आगे बताया कि हर चाकूबाजी की घटनाओं में दुर्ग पुलिस ने
307 का मामल दर्ज किया है। मैं मानता हूं कि हत्या के मामले बडे हैं
लेकिन उन्होंने गनियारी मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि कुछ मामलों को
छोडकर अधिकांश मामलों को सुलझाने और अपराधियों को पकडने में पुलिस को
सफलता मिली है। हत्या होना दुर्भाग्यजनक है। संवेदनशीलता से अपराधों में
काम किया गया है और अपराधियों पर कार्यवाही कर उन्हें जेल में डाला गया
है। अमलेश्वर की हत्या का भी जल्द खुलासा होगा। मेरा ऐसा मानना है कि
अपराधी बाहर नही जेल में दिखाई दे। चोरी, नकबजनी कम हुई है। उन्होंने कहा
कि रात्रिगश्त बढाई गई है। मोबाईल चोरी के मामले में चोरी की रिपोर्ट ना
लिखते हुए मोबाईल गुमशुदगी दर्ज किया गया है और कईयों मोबाईल धारकों को
उनके मोबाईल को बरामद कर उनको लौटाया गया है। पुलिस जनता की अच्छी दोस्त
है, लेकिन अपराधी के लिए दुष्टतम से दुष्टम के रूप में पेश आयेगी।
बीएसपी के आवासों मेें कोई भी पुलिस अफसर नही रह रहा है गलत तरीके से, सब
पटा रहे हैं रेंट
वही जब उनसे प्रश्र किया गया कि बीएसपी के अधिकारियों द्वारा बीएसपी
आवासों में लंबे समय से रह रहे पुलिस अधिकारियों के नाम की सूची की
शिकायत व उनके नाम प्रकाशित किये गये हैं, दुर्ग पुलिस व बीएसपी प्रबंधन
के तालमेल में कोई कमी है क्या? पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एसपी श्री
शुक्ला ने कहा कि पुलिस का कोइ भी अफसर बीएसपी आवासों में गलत तरीके से
नही रह रहा है, समय पर अपना पूरा किराया पटा रहा ेहै। अवैध रूप से नही रह
रहा है। जो अवैध रूप से पुलिस वाले रह रहे है, उन्हें चिन्ता करने की
जरूरत है, बीएसपी के अफसर जिस सूची को नेताओं और मीडिया को बता रहे है,
उन्हें मेरी हिदायत है कि बीएसपी आवासो में रह रहे पुलिस अफसरों की सूची
हमसे ले ले। नये थानों और भवन भी इस साल बनेंगे। अपराधी जिस रूप में
समझना चाहते है, दुर्ग पुलिस उस रूप में उसे समझाने के लिए तैयार है।