एक शाम रफी के नाम गीत-संगीत कार्यक्रम का रंगारंग आयोजन संपन्न हुआ : दर्शक देर रात तक झूमते रहे
• मो. रफी की लोकप्रियता का आलम यह है कि दशकों बाद भी उनके गाए गीत रूह को सुकून देते हैं : घनश्याम देवांगन
भिलाई। देवांगन जन कल्याण समिति भिलाई ने परमेश्वरी भवन प्रगति नगर रिसाली में एक शाम रफी के नाम गीत-संगीत कार्यक्रम का रंगारंग आयोजन किया। देवांगन समाज के म्यूजिकल ग्रुप के 27 कलाकारों ने मोहम्मद रफ़ी के गाए गीतों को गाकर शानदार शमा बांधा। दर्शक देर रात तक गीतों का आनंद लेते रहे।
आरंभ में समिति के अध्यक्ष घनश्याम कुमार देवांगन ने माता सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर संगीत मय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने महान गायक मोहम्मद रफ़ी चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हिंदी फिल्मों की पहचान गीत-संगीत से है और गीतों की जान थे ‘मोहम्मद रफी’। मोहब्बत के नगमे हों या बिछड़ने का दर्द, रफी साहब की आवाज ने हर इमोशन को सुरों में पिरोया। रफी की लोकप्रियता का आलम यह है कि दशकों बाद भी उनके गाए गीत रूह को सुकून देते हैं।
म्यूजिकल ग्रुप के 27 कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रभारी गायक रामगोपाल देवांगन के संयोजन में रफी के गाए गीतों को अपनी आवाज दी। कलाकारों ने रफी के गाए गीत बहारों फुल बरसाओ, छुप गए सारे नज़ारे, ये लड़का हाय अल्लाह, ये दुनिया ये महफ़िल, रिमझिम के गीत सावन गाए, आप आए बहार आईं, ये पर्दा हटा दो के बोल वाले गानों ने खूब वाहवाही बटोरी। गायक गायिकाओं में राजू देवांगन, लक्ष्मीनाथ देवांगन, रामगोपाल, जुगलकिशोर, कन्हैयालाल, हरीश, हेमकैलाश, प्रकाश, गजेंद्र, त्रिलोक, शांतिलाल, जीतेन्द्र बांकुरे, लखनलाल, राजेन्द्र प्रसाद, दिनेश कुमार, होमलाल, गजेंद्र चंचल, चन्द्रप्रभा, युक्ती, पायल, चंचल, माहेश्वरी, सारिका, सरिता, विनीता आदि ने अलग अलग तरह के 20 एकल एवं 7 युगल गीत गाए।
इस अवसर पर देवांगन जन कल्याण समिति के अध्यक्ष घनश्याम कुमार देवांगन, सचिव विनोद देवांगन, कोषाध्यक्ष गजेंद्र देवांगन, उपाध्यक्ष गण त्रिलोक सिंह, टेसूराम, दिनेश कुमार आदि सहित बड़ी संख्या में संगीत प्रेमी उपस्थित थे। संचालन एवं आभार रामगोपाल देवांगन ने किया।