भिलाई - दुर्ग

सूरज है ब्लड कमांडो,12 वर्षों में हजारों जरुरतमंदो को रक्तदानकर दिया जीवनदान

-कहीं भी कभी भी खून की जरूरत हो, फौरन करता हैं मदद
-पूरे छत्तीसगढ़ में 200 से ज्यादा युवाओं की टीम,45 से ज्यादा संस्था हैं जुड़े
भिलाईनगर। भिलाई के सूरज साहू की उम्र तो वैसे महज 32 वर्ष है, लेकिन कई बार रक्तदान कर चुके हैं। पिछले 12 वर्षों में हजारों जरुरत मंदो को रक्तदान कर जीवनदान दिया है। उनका मानना है कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण काम है। किसी के काम आना, किसी की जिंदगी बचाना। अगर यह सार्थक हुआ तो इससे बड़ा पुण्य कोई नहीं है।


डबरापारा भिलाई -3 के रहने वाले सूरज साहू (32 वर्ष) दुर्ग जिले में रेड ड्रॉप फ्रेंड्स क्लब नाम से एक संस्था चलाते हैं, जो कि पूरे छत्तीसगढ़ में काम करती है। उन्होंने बताया कि उनके साथ 45 से ज्यादा संस्था जुड़े है जो साथ में मिलकर कार्य करते है। इन लोगों की टीम अब तक सैकड़ो लोगों की जिंदगी में बचा चुके है। सूरज ने बताया कि जब वे कल्याण कॉलेज में स्टूडेन्ट थे तब किसी को रक्त की जरुरत पड़ी,लेकिन आसानी से रक्त नहीं मिला। उसके बाद से ठान लिया कि कुछ ऐसा करना पड़े कि लोगों को जब भी रक्त की आवश्यकता पड़े तो आसानी से मिल जाए। संस्था के अच्छे काम के लिए सूरज को राजस्थान,ओडिशा के अलावा अन्य सामाजिक संस्थाओं ने सम्मानित भी किया है। सूरज ने बताया कि आपको कहीं भी कभी भी ब्लड की जरूरत है तो सिर्फ हमारी हेल्पलाइन नंबर 7489992022 पर कॉल कर मदद पा सकते हैं। हम निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करते हैं।

ऐसे मिली लोगों की मदद की प्रेरणाा
सूरज ने बताया कि वर्ष 2013 में कल्याण कालेज सेक्टर-7 में डॉ.विनय शर्मा के सहयोग से रक्तदान शिविर लगाया। उस शिविर में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। धीरे-धीरे कर दोस्तों के साथ एक संस्था बनाने का निर्णय लिया। वर्ष 2014 एक संस्था बनाने का निर्णय लिया। इसके बाद रेड ड्रॉप फेंड्स क्लब के नाम से बनवाया। यह संस्था बनने के बाद कई बड़ी सामजिक संस्थाओं ने सूरज से संपर्क किया और ब्लड डोनेशन कैंप के लिए उन्हें इनवाइट करने लगे। देखते ही देखते सैकड़ों

सिस्टर कंसर्न संस्थाओं से जुड़कर सुरज यह काम आगे बढ़ाने लगे। सूरज कहते हैं समाज में बदलाव जरूरी है। खून के बदले खून बहाना आसान है, लेकिन किसी को खून देकर उसकी जिंदगी बचाना कितना बड़ा पुण्य का काम है, यह उस परिवार से पूछिए जिनके चेहरों पर अपनों की जान बचने की खुशी होती है।

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