भिलाई - दुर्ग

सिलाई सेंटर कुटेश्वर माइंस में प्रशिक्षुओं को किया प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का वितरण

भिलाई इस्पात संयंत्र का सीएसआर विभाग अपने सभी माइंस के आसपास परिधि क्षेत्रों के विकास को लेकर विभिन्न योजनाओं का कार्यान्वयन करता रहा है। इसी कड़ी में भारत सरकार के “कौशल भारत” कार्यक्रम के अंतर्गत, कटनी के गैर सरकारी संगठन “जन शिक्षण संस्थान” द्वारा, भिलाई इस्पात संयंत्र के कुटेश्वर माइंस स्थित सिलाई सेंटर में 16 फरवरी 2025 को प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कुटेश्वर माइंस के महाप्रबंधक (मैकेनिकल) श्री वी के नेताम ने की।
समारोह में श्रीमती निर्मला नेताम और कुटेश्वर महिला समिति की अन्य पदाधिकारियों ने प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरित किया। इस अवसर पर 45 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया और प्रमाण पत्र प्राप्त किए। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को महिला समिति कुटेश्वर माइंस द्वारा सिलाई सेंटर मे संचालन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में महिला समिति की पदाधिकारियों का विशेष योगदान रहा।
इस वर्ष से, प्रशिक्षण कार्यक्रम में ब्यूटीशियन का अतिरिक्त कोर्स भी शामिल किया जाएगा। यह नया कोर्स महिलाओं को ब्यूटी और सैलून सेवाओं में कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान करेगा, जिससे उन्हें रोजगार के और अधिक अवसर प्राप्त होंगे और वे आत्मनिर्भर बन कर अपने परिवार को आर्थिक संबल प्रदान कर सकेंगी।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी प्रशिक्षुओं और महिलाओं के लिए सिलाई प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया गया और इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में संस्था के सदस्य, प्रशिक्षक और अन्य लोग भी मौजूद थे। यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि कुटेश्वर क्षेत्र की विकासशील संभावनाओं को भी उजागर करने का सशक्त उदाहरण है।
यह कार्यक्रम भिलाई इस्पात संयंत्र के सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) गतिविधियों के तहत आयोजित किया गया है। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संयंत्र तथा अपने सभी माइंस के आसपास के स्थानीय समुदायों के उत्थान के लिए कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिसमें महिला सशक्तिकरण और कौशल विकास को विशेष प्राथमिकता दी गई है। इस सिलाई सेंटर का उद्देश्य जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने के लिए प्रेरित करना है।

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